गुरूकुल कांगड़ी विवि और प्रभा इंडस्ट्रीज का शोध के क्षेत्र में एमओयू, शोधार्थियों और समाज को मिलेगा लाभ…

हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।

हरिद्वार। गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय और प्रभा इंडस्ट्रीज मिलकर आयुर्वेद के क्षेत्र में वनस्पतियों के माध्यम से रोगों के निवारण हेतू जड़ी-बूटियों पर शोध करेंगे। कुलपति कार्यालय में इस विषय में विश्वविद्यालय और प्रभा इंडस्ट्रीज के मध्य हुए एमओयू पर कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु और प्रभा इंडस्ट्रीज के स्वामी प्रदीप गर्ग ने हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य जड़ी बूटियों पर शोध, हानिकारक बैक्टीरिया से बचाव तथा समाज में जनजागरूकता पैदा करना है। ये एमओयू वनस्पति औषधीय क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करेगा।

एमओयू हस्ताक्षर के बाद कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने कहा कि इस अनुबंध से विवि के छात्रों को शोध के क्षेत्र में नये अवसर मिलेंगे। इसके अपेक्षित परिणामों से आम समाज को अधिक से अधिक लाभ मिल पायेगा। कोरोना काल का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि आज के अत्याधुनिक दौर में जिस तरह से बैक्टीरिया और वायरस लोगों की सेहत लील रहा है, उससे जीतने में हमारा वनस्पति शोध कारगर साबित होगा। आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रभा इंडस्ट्रीज द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होने आशा जताई कि विवि के छात्रों को इस संबंध में निरंतर शोधों में सफलता मिलेगी जो समाज और मानव जाति के काम आयेगी।

कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि वनस्पति के क्षेत्र में शोध की अपार संभावनाएं छिपी हैं जो मानव जाति को गंभीर रोगों से निजात दिला सकती है। वर्तमान दौर में ऐसे शोध और उनसे मिले अपेक्षित परिणामों के जन जन तक ले जाने की आवश्यकता है।
वनस्पति एवं सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. नवनीत ने विभाग के शोध कार्यो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रभा इंडस्ट्रीज व उसके सहयोगी संस्थान भारतीय सुगंध उद्योग के साथ मिलकर वनस्पतिय औषधियों के क्षेत्र में किए जाने वाले शोध कार्यो का दोनों संस्थाओं के शोधार्थियों व समाज परस्पर इसका लाभ मिलेगा।

प्रभा इंडस्ट्रीज के स्वामी प्रदीप गर्ग ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी वनस्पति जगत की महत्ता को समझा, इसीलिए वह आज एलोपैथी और जड़ी बूटियों के समनव्य पर जोर दे रही है।
वे गुरूकुल कांगड़ी विवि के साथ मिलकर वनस्पतियों के औषधीय उपयोग व शोध पर काम करेंगे। जल व वायु प्रदूषण से समाज को मुक्ति मिले इसमें वनस्पति शोध व जनजागरूकता का अहम रोल है। वे गुरूकुल कांगड़ी विवि के साथ मिलकर इस दिशा में देश को निरोगी करने में अपनी महती भूमिका निभायेंगे। उन्हें इस बात का गर्व और खुशी है कि छात्र जीवन में जिस विवि के गुरूजन का मार्गदर्शन उन्हें हमेशा मिला आज उसी विवि के साथ मिलकर समाज व देश हित में काम करने का अवसर मिल रहा है।
इंडस्ट्रीज के सलाहाकार निदेशक अक्षय गोयल व सहयोगी संस्थान अर्चना ट्रेडर्स के स्वामी अतुल गर्ग ने विश्वविद्यालय का आभार जताते हुए आशा जताई कि इस एमओयू के बाद शोध और जनजागरूकता अभियान की निरंतरता छात्रों के भविष्य को उज्जवल और समाज को निरोगी बनाने में सहायक सिद्ध होगी। संचालन डॉ. विनीत विश्नोई ने किया।
इस अवसर पर प्रो. मुकेश कुमार, प्रो. अंबुज शर्मा, डॉ. चिरंजीव बैनर्जी, प्रो. एस के राजपूत, दीपक आनंद, कुलभूषण शर्मा आदि की गौरवमयी उपस्थिति रही।

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