चारधाम यात्रा में फर्जी ट्रैवल एजेंट भी सक्रिय, अवैध तरीके से श्रद्धालुओं को ले जा रही तीन गाड़ियों को ट्रैवल कारोबारियों ने पकड़ा, देखें वीडियो…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होने के साथ ही फर्जी ट्रैवल एजेंट भी सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को हरिद्वार के ट्रैवल कारोबारियों ने अवैध तरीके से चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं को ले जा रही तीन गाड़ियों को पकड़ लिया। इस दौरान मुंबई से आए श्रद्धालुओं में से एक महिला की अचानक तबियत भी बिगड़ गई। महिला की तबियत बिगड़ने के बाद श्रद्धालुओं और ट्रैवल कारोबारियों के बीच नोकझोंक हो गई। मौके पर पहुंची हरिद्वार एआरटीओ रश्मि पंत ने तीन गाड़ियों का चालान कर दिया। ट्रैवल कारोबारियों ने आरोप लगाया कि फर्जी ट्रैवल एजेंटों के सक्रिय होने से हरिद्वार के ट्रैवल कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालांकि महिला श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ने के बाद सभी श्रद्धालु गाड़ी में बैठकर चारधाम को रवाना हो गए।
यात्रा सीजन शुरू होने के साथ ही धर्मनगरी हरिद्वार में चारधाम यात्रियों की आवाजाही शुरू हो गई है। हरिद्वार को चारधाम का द्वार भी कहा जाता है। ऐसे में मौके का फायदा उठाने के लिए फर्जी ट्रैवल एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहीं ये फर्जी ट्रैवल एजेंसियां यात्रियों को गुमराह कर उनसे बुकिंग के पैसे लेती हैं और फिर कई बार उन्हें बीच रास्ते में छोड़ देते हैं। जिससे यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।
दो साल बाद बिना किसी बंदिशों के चारधाम यात्रा की शुरूआत होने से हरिद्वार के ट्रैवल कारोबारियों के चेहरे तो खिले हैं लेकिन यात्रा की शुरुआत से ही फर्जी ट्रैवल एजेंटों ने इनकी चिंता बढ़ा दी है। ट्रैवल कारोबारियों का आरोप है कि फर्जी ट्रैवल एजेंट कम दामों पर गाड़ियों की बुकिंग करके तीर्थ यात्रियों को बीच रास्ते में ही धोखा देते है। ये फर्जी ट्रैवल एजेंट बिना रजिस्ट्रेशन के काम करते हैं। जिससे हरिद्वार की छवि को धूमिल होने के साथ ही सरकार को भी राजस्व नुकसान पहुंचाते है। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी मामले पर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
यात्रा सीजन के दौरान लगभग हर साल इस तरह की धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं। हरिद्वार के जिला पर्यटन अधिकारी सुदेश यादव का कहना है कि कुछ रजिस्टर्ड ट्रैवल कारोबारियों की मिली भगत से फर्जी एजेंट सक्रिय होते है। इस तरह की यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है। तो नियमों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।