कोरोना संक्रमण के चलते हटी अखाड़ो की छावनी , प्रतिकात्मक रूप से होगा अंतिम शाही स्नान
तुषार गुप्ता
अंतिम शाही स्नान के बाद उतारी जाएगी धर्मध्वजा
हरिद्वार। में कोरोना के संक्रमण का कहर हर किसी को डरा रहा है कुम्भ में भी इसका प्रभाव शुरू से ही दिखाई दिया अब संक्रमण का प्रभाव अधिक होने के चलते सबसे पहले निरंजनी ओर आनंद अखाड़े ने कुम्भ समाप्ति की घोषणा की। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से शेष स्नान प्रतिकात्मक रूप से किये जाने की अपील के बाद अब जूना अखाड़े ने भी कुम्भ समाप्ति की घोषणा कर दी, ओर अब महानिर्वाणी ओर अटल अखाड़े ने भी अपनी कुम्भ छावनी खाली कर दी है, जिसके बाद आज निरंजनी,जूना ओर महानिर्वाणी अखाड़े ने अपने सभी साधु संतों को अपने-अपने गंतव्य की ओर जाने को कह दिया है।
कुम्भ में लगी निरंजनी, आनंद,जूना ,अग्नि, आह्वान, महानिर्वाणी ओर अटल अखाड़े की छावनी से सभी साधु संत अपने-अपने गंतव्य को जाने लगे हैं और टेंट इत्यादि भी सीमेंट में शुरू हो गए हैं।जैसा कि विदित है कि कोविड के बढ़ते संक्रमण को गंभीरता से लेते हुय सबसे निरंजनी अखाड़े ने अपने अखाड़े की तरफ से कुम्भ समाप्ति की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद जूना अखाड़े में भी कुंभ समाप्ति का निर्णय ले लिया था। जिसके बाद अखाड़ो के साधु संतों ने समान बांधना शुरू कर दिया था । जिसके बाद आधे से भी ज्यादा संत अपने गंतव्य की ओर निकल गए हैं और शिवर खाली दिखने शुरू हो गए हैं। लेकिन कुम्भ में लगी धर्मध्वजा अभी लगी है जो अंतिम शाही स्नान के बाद ही उतारी जाएगी और तभी कुम्भ समाप्त माना जायेगा।