हरिद्वार में बेतरतीब हो रहे कुंभ कार्यों से बुद्धिजीवियों में रोष, कुम्भ बजट को ठिकाने लगा रहा है मेला प्रशासन -बृजेंद्र हर्ष
Haridwar / Tushar Gupta
हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 शुरू होने में महज एक महीना शेष है ऐसे में आनन फानन में नियमों को ताक पर रखकर कुम्भ कार्य किए जा रहे हैं विभागों में आपसे तालमेल ना होने की वजह से शहर में पहले सड़क बनाई जा रही हैं उसके बाद दूसरा विभाग उन सड़कों को खोदने में लगा हुआ है, जिसका खामियाजा स्थानीय जनता को उठाना पड़ रहा है बेतरतीब चल रहे कुंभ कार्यों से शहर के बुद्धिजीवियों में रोष देखने को मिल रहा है, कनखल के कृष्णा नगर में 3 दिन पहले बनी सड़क को जल संस्थान के कर्मचारियों ने यह कहते हुए खोद डाला है कि सड़क बनाने वाले विभाग ने सीवर चेंबर के ऊपर ही सड़क बना दी थी,जिसकी वजह से स्थानीय व्यापारियों में भी काफी रोष है
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष ने रोष जताते हुए कहा कि वह चार कुंभ देख चुके हैं और अगर मेला प्रशासन चाहे तो कुम्भ मे एक बजट से ही शहर को चमका सकता है, पूरा शहर 1 साल से गड्ढों में है और सभी इसी प्रत्याशा में है की शहर की सभी सड़के बन जाएंगी और गड्ढे ठीक हो जाएंगे, शहर में बन रही सड़कों की गुणवत्ता की बात की जाए तो वह बहुत खराब है गुणवत्ता जीरो है आज सड़क बन रही है और कल सड़क उखड़ जा रही हैं कम तापमान में बन रही सड़क मे कोलतार भी नहीं पकड़ बना पा रहा है ऐसे में जांच एजेंसी कहां हैं इन सब पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने मेला प्रशासन पर बजट को ठिकाने लगाने के आरोप भी लगाए हैं।
समाजसेवी जेपी बडोनी ने कहा है कि गंगा प्रदूषण इकाई कि साफ गाइड लाइन है कि अगर कही सड़क बनाई जाएगी तो उनका सहायक अभियंता मौके पर मौजूद रहेगा और अपने सीवर के गड्ढों को चिन्हित करके देगा, उसके बाद ही सड़क बनाई जाएगी लेकिन इस समय तो कमीशन का खेल चल रहा है और जितना खोदा जाएगा और जितनी बार खोदा जाएगा उतना कमीशन मिलेगा