योगाचार्य विपिन जोशी ने बाबा रामदेव को लिखा पत्र, किये तीन अनुरोध,जानिये
तुषार गुप्ता
देहरादून। योग पीठ देहरादून के संस्थापक योगाचार्य बिपिन जोशी ने योग ऋषि स्वामी रामदेव जी को पत्र लिखकर आई0एम0ए0 के साथ चल रहे उनके टकराव की समाप्ति के लिए अनुरोध किया है।
उन्होंने स्वामी जी से कहा है योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में आपका जो योगदान है वह हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा साथ ही कोरोना के इस संकट काल में भी आपके और पतंजलि योगपीठ द्वारा जो सराहनीय सेवा की जा रही हैं उसको भी कहीं कम नहीं आंका जा सकता है किंतु कोरोना की दूसरी प्रचंड लहर में जो हमारे एलोपैथी के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ का अभूतपूर्व सहयोग है इस समय वह भगवान का ही साक्षात स्वरूप है उनका मनोबल किसी भी रूप में गिराना इस समय रोगियों और राष्ट्र हित में नहीं है।
उन्होंने कहा अब स्थितियां पहले की तरह नहीं हैं जहां पहले डाक्टरों का एक छोटा तबका योग और आयुर्वेद का महत्व नहीं समझता था लेकिन आज लगभग हर कोरोना सेन्टर में कोविड़ के इलाज के दौरान रोगी की परिस्थिती के अनुसार योग और प्राणायाम को भी शामिल किया गया है,आप किसी भी टी0वी0 डिबेट में या सोशल मीडिया के माध्यम से कहीं भी देखिए हर जगह आपको जो विशेषज्ञ डॉक्टर हैं लोगों को योग और प्राणायाम करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं चाहे संक्रमण को रोकने के लिए हो अथवा जब आदमी कोरोना के बाद ठीक होकर घर जा रहा है उसे योग प्राणायाम करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होने स्वामी जी से 3 अनुरोध कीए हैं (1) आप किसी भी प्रकार के पत्र /संदेश अथवा विचार मीडिया/ सोशल मीडिया बाद में प्रचारित प्रसारित ना करें जिससे टकराव बड़े।
(2) जो विवादित सामग्री पब्लिक डोमेन में आ गई है उसे देशहित और चिकित्सा पद्धतियों के हित में अविलंब हटा दिया जाए।
(3) विनम्रता के साथ एक बार बिना किसी पूर्वाग्रह से इस मामले को समाप्त करने के लिए उन्होंने आई0एम0ए0के सक्षम पदाधिकारियों से स्वामी जी से पुनःवार्ता का आग्रह किया है।