टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का अतुलनीय योगदान -प्रो. बत्रा।

हरिद्वार। शुक्रवार को एसएमजेएन कॉलेज में मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट एवम् कॉलेज आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा ‘प्रधानमंत्री टी.वी. मुक्त भारत अभियान-3.0’ के अंतर्गत क्षय रोगियों हेतु नि-क्षय पोष्टिक फूडकिट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज द्वारा निक्षय मित्र योजना में किए जा रहे योगदान को अतुलनीय बताते हुए प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि श्री महंत रविंद्रपुरी उन सभी क्षय रोगियों के लिए आशा तथा विश्वास बनकर आगे आए हैं, उनके द्वारा किया जा रहा यह सेवा कार्य माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के टीबी मुक्त भारत 2025 के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि आज पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी, माँ मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट एवं एसएमजेएन पीजी कॉलेज के द्वारा 180 से अधिक पोष्टिक किटों का वितरण किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में जानकारी देते हुए जिला टीबी अधिकारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि एसएमजेएन पीजी कॉलेज, हरिद्वार हमेशा से ही समाज सेवा के कार्यों में बढ़ चढ़कर अपना योगदान देता आया हैं और निक्षय मित्र योजना महाविद्यालय की उस गौरवशाली परम्परा को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि आज टीबी जैसी बीमारी को उखाड़ फेंकने के लिए इसी प्रकार के प्रयासों की आवश्यकता हैं। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनिल नेगी ने कहा कि जीवन को टीबी जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए सही समय पर जांच तथा पूरा इलाज आवश्यक हैं। इस अवसर पर सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सौरभ शर्मा तथा मो. सलीम ने बताया कि टीबी आरोग्य साथी ऐप के माध्यम से टीबी की बीमारी तथा उसके सही इलाज से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं ।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि निक्षय मित्र के पिछले दोनों चरणों का सुखद परिणाम क्षय रोगियों की संख्या में कमी के रूप में सामने आ रहा हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में निक्षय मित्र योजना एवं उसकी कार्यप्रणाली पर कई प्रकार के वैज्ञानिक शोध कार्य देखने को अवश्य मिलेंगे। प्रो. बत्रा ने कहा कि निक्षय मित्रो द्वारा गोद लिए जाने पर टीबी रोगियों को संबल मिलता हैं जो उन्हें विपरीत परिस्थितियों से संघर्ष करने में सहायक होता हैं।
इस अवसर पर डीपीएस अवनीश कुमार ने कहा कि नि-क्षय मित्र में टीबी रोगियों को पोषण सहायता, नैदानिक सहायता और व्यवसायिक सहायता प्रदान की जा सकती है, जिसके लिए उन्होंने सामाजिक संगठनों व आम लोगों को भी क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आने की अपील की।
कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. संजय माहेश्वरी ने अपील की कि हम सभी का दायित्व है सामूहिक सहयोग कर क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग के साथ उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करवायें ताकि वे शीघ्र पूरी तरह से स्वस्थ हो सकें।
इस अवसर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बलबीर पालियाल, दिनेश पंत, गोपी चंद तथा काॅलेज के निक्षय मित्र प्रो. जे.सी. आर्य, प्रो. विनय थपलियाल, डाॅ. विनीता चौहान, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. मनोज सोही, श्रीमती कविता छाबड़ा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. रेनू सिंह, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, प्रिंस श्रोत्रिय, विनीत सक्सेना, डाॅ. पुनीता शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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