ऋषिकुल वैक्सीनेशन सेंटर पर उमड़ रही है लाभार्थियों की भीड़, डॉ. नरेश चौधरी के भीड़ प्रबंधन अनुभव का मिल रहा है लाभ, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.एस.के. झा के मुख्य संयोजन एवं वैक्सीनेशन सेंटर के नोडल अधिकारी/रेडक्रॉस सचिव डॉ.नरेश चौधरी के संयोजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान जोर-शोर से चल रहा है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेंटर पर लाभार्थियों को वैक्सीन डोज़ लगवाने वालों की अपार भीड़ रोजाना हजारों की संख्या में सेन्टर में पहुंच रही है। जिससे सेन्टर पर बैठने की व्यवस्था से ज्यादा भीड़ हो जाती है तो लाभार्थी यह सोचने लगते हैं कि जो अन्दर पहुंच गए हैं सिर्फ उन्हीं को वैक्सीन लगेगी एवं जो लाभार्थी बाहर रह जाते हैं वह वैक्सीन डोज़ लगवाने से वंचित न रह जाए इस कारण लाभार्थी लाइन से हटकर एक-दूसरे के ऊपर सटने लगते हैं और कोशिश करते हैं कि गेट खुलते ही हम पहले पहुंचकर वैक्सीन लगवा लें। इसी प्रकार ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महावि़द्यालय वैक्सीन सेन्टर पर एक बडा हादसा रेडक्रॉस सचिव डॉ.नरेश चौधरी का भीड़ प्रबंधन अनुभव एवं सूझ-बूझ से होते-होते टल गया। ऋषिकुल सेन्टर पर महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, गोद में लिये हुए बच्चों के साथ आई हुई महिलाएं एवं अन्य लाभार्थियों के लिये वैक्सीन डोज़ लगवाने की अलग-अलग व्यवस्था की हुई है एवं एक बार में 400 लाभार्थीयों की व्यवस्था बैठकर अपनी बारी आने पर वैक्सीन लगवाने की है परन्तु हजारों की संख्या जो बाहर रह जाती है वह भी गेट खुलते ही एकदम अन्दर जाने की कोशिश करते हैं।
गत दिवस डॉ.नरेश चौधरी ने बाहर खड़े हुए लाभार्थियों में गोद में लिये हुए बच्चों वाली सभी महिलाएं, वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगों को स्वयं बाहर से अन्दर लाकर सभागार मे बैठाया ही था कि शेष बचे हुए लााभार्थियों की अपार भीड़ भी अन्दर जाने के लिये जैसे ही धक्का-मुक्की करने लगी। डॉ.नरेश चौधरी अपने रेडक्रॉस स्वयं सेवकों के साथ दौडकर गेट पर पहुंचे और अपने विगत वर्षाें से कुंभ मेले, कांवड़ मेले एवं अन्य अपार भीड़ वाले स्नान पर्वों पर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी करने के अनुभव लगाते हुए सम्पूर्ण भीड़ को नियंत्रित किया, तब भी एक महिला संगीता धर्मपत्नी मुल्की सिंह निवासी ज्वालापुर, मोहल्ला कडज, गिर गई उसको डॉ. नरेश चौधरी ने तुरन्त भीड़ से बचाते हुए अलग किया लेकिन घायल होने के बाद भी उक्त महिला अपनी चोट की परवाह नहीं करते हुए चिल्ला-चिल्ला कर बोल रही थी कि चोट का इलाज मेरा बाद में कराया जाये पहले मुझे वैक्सीन लगायी जाये, जिसके लिये संगीता एवं उनके पति मुल्की सिंह को डॉ.नरेश चौधरी ने अपने कक्ष में ही वैक्सीन लगवाने के उपरान्त प्राथमिक उपचार किया एवं अपने वाहन से उसके घर पहुंचवाया।
इसी दौरान अन्य महिलाएं भी जिनकी चप्पल-जूते निकल गये थे वे भी चप्पल-जूते उठाने की कोशिश कर रही थीं, उन सबको भी भीड़ से बचाकर बाहर निकाल लिया, जिससे एक बहुत बड़ा भगदड़ का हादसा टल गया। अपने सभी भीड़ नियंत्रण अनुभव को लगाते हुए डॉ.नरेश चौधरी ने ऐसी उत्कृष्ट व्यवस्था की हुई है जिसकी सभी लाभार्थी जनसमाज में हर ओर सराहना कर रहे हैं। जैसे ही वैक्सीनेशन सेन्टर पर बाहर भीड़ नजर आती है उन सभी लाभार्थियों को पी.ए.एस. (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) के माध्यम से सामाजिक दूरी बनाते हुए डॉ. हरिराम इण्टर कालेज के एन.सी.सी. केडेटस, पी.आर.डी. जवान एवं रेडक्रॉस स्वयं सेवकों द्वारा फैला दिया जाता है। जिससे सभी लाभार्थी एक साथ भीड़ ना बना पाएं। मंगलवार को भी 1337 (तेरह सौ सैंतीस) लाभार्थियों को वैक्सीन डोज़ लगाकर कोरोना महामारी से सुरक्षित किया गया।
वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग करने वाले स्वयं सेवकों में विकास देसवाल, डॉ. अवधेश डंगवाल, डॉ.भावना जोशी, डॉ.स्वप्निल मिश्रा, डॉ.अंजली पंवार, डॉ.अराधना, डॉ.उर्मिला पाण्डेय, पूनम, दीप चन्द्र भट्ट, आराधना सिंह, पृथा बासु, निलाजंना सिंह, अभिषेक गुप्ता, अनिरूद्ध नामदेव, मेघा कोरी, श्वेता, दीपक मंडल, अतिन बहुगुणा, शायमा, श्वेता दुबे, दिविष्ठ, अभिनव, भुवन जोशी, युवराज सिंह कन्याल, आशीष सैनी, दिपांशा, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार, मनीष रावत, राजेश रतुडी, सौरभ राणा, अंकित कुमार की सराहनीय भूमिका रही।