एमएमजेएन कॉलेज में परीक्षा के दौरान श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने किया औचक निरीक्षण…

हरिद्वार। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड के रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट ने हरिद्वार के एसएमजेएन कॉलेज में बीएड की परीक्षा के दौरान औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सभी परीक्षा भवनों में पहुंचकर परीक्षार्थियों की चेेकिंग की। परीक्षा केंद्र के भवनों में परीक्षार्थियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं का बड़ी बारीकी से निरीक्षण किया। अनुपस्थित परीक्षार्थियों की जानकारी ली। रजिस्ट्रार खेमराज भट्ट ने पाया कि परीक्षा केंद्रों में डयूटी दे रहे सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं के मोबाइल को भी परीक्षा केंद्र से बाहर परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व लॉकर में रखवाया गया है। परीक्षार्थियों के मोबाइल, घड़ी, पर्स सहित तमाम अन्य सामान के लिए एक क्लाक रूम की व्यवस्था की गई है। परीक्षा केंद्र की तमाम व्यवस्थाओं को देखकर उन्होंने संतुष्टि जाहिर की और प्राचार्य डॉ. सुनील बत्रा के कार्यो की सराहना की उन्होंने कहा कि डॉ. बत्रा के परीक्षा में सुचिता स्थापित करने को नजीर बना कर अन्य सभी कॉलेजों में भी लागू किया जायेगा। परीक्षा केंद्र में 42 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नहीं दी।

एसएमजेएन कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद रजिस्ट्रार खेमराज भटट ने बताया कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड साल 2023-25 सत्र के लिए 21 सेंटरों पर बीएड की परीक्षाओं का आयोजन कर रहा है। नकल विहीन परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति एन.के. जोशी की ओर से सभी परीक्षा केंदों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए है। इसी क्रम में हरिद्वार के एसएमजेएन कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे है। इस परीक्षा केंद्र में चाक चौबंद व्यवस्थाएं मिली। परीक्षार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था के तमाम पुख्ता प्रबंध किए गए है। 21 परीक्षा केंद्रों पर 8396 परीक्षार्थी थे। जिसमें से 728 अनुपस्थित पाए गए। जबकि 7668 बच्चों ने परीक्षा दी है। सबसे बड़ी बात 90 फीसदी मातृ शक्ति परीक्षा दे रही है।

एसएमजेएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील बत्रा ने बताया कि बीएड की परीक्षा शुरू हो चुकी है। कॉलेज सेंटर पर 428 बच्चे पंजीकृत थे। जिसमें 42 बच्चे अनुपस्थित रहे। 386 बच्चों ने परीक्षा में प्रतिभाग किया। परीक्षाओं की शुचिता के लिए क्लार्क रूम स्थापित किया गया। जिसमें सभी छात्र-छात्राओं के मोबाइल व अन्य सामान जमा कराने के पश्चात ही परीक्षा कक्षों में प्रवेश की अनुमति दी गयी। परीक्षा केंद्र में डयूटी दे रहे सभी शिक्षकों के मोबाइल भी बाहर लॉकर में रखवा दिए गए। इसके पश्चात कुलसचिव महोदय ने कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी से भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया एवं उतराखंड में उच्च शिक्षा के सन्दर्भ में विस्तृत वार्ता की। वार्ता के मध्य उत्तराखण्ड राज्य में उच्च शिक्षा के विस्तार, कौशल विकास, एवं पलायन रोकने को लेकर शीघ्र ही एक आलेख तैयार करने पर सहमति हुई।
परीक्षा नियन्त्रक डॉ. जेसी आर्य, उडनदस्ता संयोजक डॉ. मनोज सोही एवं सदस्य वैभव बत्रा, डॉ. विजय शर्मा, मोहन चन्द पांडे, आलोक शर्मा तैनात थे। विश्वविद्यालय की पयर्वेक्षक डॉ. आराधना सक्सेना के सुपरविज़न में परीक्षा हुई।

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