लॉकडाउन के कारण बंदर हुए भूख से परेशान, समाज सेवक ने उठाया बेड़ा।
हरिद्वार/ तुषार गुप्ता
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को इस कदर चपेट में लिया है कि तमाम देशों में इसका असर देखने को मिल रहा है उत्तराखंड में भी कोरोना के कारण पूरी तरह से लॉक डाउन है लॉक डाउन के कारण इस समय ना केवल देश के आमजन को परेशानी हो रही है बल्कि हरिद्वार के मंदिरों व धार्मिक स्थानों आदि में रहने वाले बंदरो को भी परेशानी हो रही है ऐसे में जानवरों से प्यार करने वाले बहुत से लोग अपने अपने स्तर पर उन्हें खाना पानी आदि देने की व्यवस्था कर रहे हैं इसी कड़ी में हरिद्वार पुलिस के जवान मुकेश डिमरी लॉक डाउन से परेशान बंदरों की भूख मिटाने का बीड़ा उठाया है और उन्होंने आमजन से भी अनुरोध किया है कि वह भी अपने आसपास किसी भी जानवर को भूखा ना रहने दें और उनका ख्याल रखें।
वही जब इस विषय पर हरिद्वार के डीएफओ नीरज शर्मा से बात की तो उनका कहना था कि हरिद्वार क्षेत्र में कई ऐसे वन्यजीव थे जोकि मानव आबादी वाले इलाकों में रहने के अधीन हो गए थे और मानव की सहायता से उन्हें भोजन आसानी से प्राप्त हो जाता था। लेकिन अब लॉकडाउन लगने से उन्हें भोजन में काफी समस्या आ रही है मगर देखा जाए तो कहीं ना कहीं यह एक अच्छे संकेत हैं क्योंकि भोजन ना मिलने के कारण यह बंदर अब जंगलों की ओर जाने लगे हैं जो कि इनके साथ-साथ मनुष्य के लिए भी अच्छा है। क्योंकि इनके शहर में रहने से कई जगहों पर वन्यजीव संघर्ष का माहौल हो गया था जिसके चलते काफी दिक्कतें होने लगी थी यह बंदर आए दिन कभी बच्चों पर या महिलाओं पर भोजन के लिए हमला कर देते थे जो कि वन विभाग के लिए एक बहुत ही बड़ा सरदर्द बना हुआ था और अभ इन्हे भोजन न मिलने के कारण यह दोबारा से जंगल की ओर प्रस्थान कर रहे हैं जोकि एक अच्छे संकेत हैं इसीलिए मेरा सभी से यही अनुरोध है कि कृपया कर इन्हें भोजन मोहिया ना कराया जाए जिससे यह बंदर जंगलों की ओर जाने को मजबूर हो जाएं।