लो ब्लडप्रेशर, एक भयंकर समस्या, प्राकृतिक चिकित्सा से करें उपचार_ दीपक वैद्य
🍃 *Arogya*🍃
*
*—————————–*
हरिद्वार। कनखल के प्रसिद्ध वैद्य दीपक कुमार का कहना है कि लो ब्लड प्रेशर रोग को ठीक करने के लिए दवाइयों का सेवन करना हानिकारक होता है इसलिए दवाइयों के सहारे लो ब्लडप्रेशर रोग का उपचार नहीं कराना चाहिए बल्कि इस रोग का उपचार प्राकृतिक चिकित्सा से कराना चाहिए।
लो ब्लडप्रेशर रोग को ठीक करने के लिए रोगी व्यक्ति को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए तथा रसदार फलों का सेवन करना चाहिए।
रोगी को भोजन में उबली हुई सब्जियां, सब्जियों का सूप, दूध, शहद, दही तथा भिगोई हुई किशमिश, मुनक्का तथा चोकर समेत आटे की रोटी का सेवन करना चाहिए।
पुदीने का पानी तथा चुकन्दर का रस लो ब्लडप्रेशर रोग को ठीक करने में लाभदायक होता है।
तुलसी के ताजे पत्तों के रस में शहद मिलाकर पीने से यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
लो ब्लडप्रेशर रोग को ठीक करने के लिए रोगी को गुनगुने पानी से एनिमा क्रिया करके अपने पेट को साफ करना चाहिए ताकि उसका कब्ज रोग दूर हो सके।
इसके बाद रोगी को अपने पेट पर मिट्टी की गीली पट्टी का लेप करना चाहिए तथा इसके बाद रीढ़ की हड्डी पर मालिश करनी चाहिए और अपने शरीर पर गीली चादर लपेटनी चाहिए।
रोगी व्यक्ति को सप्ताह में एक बार वाष्पस्नान, गर्म पादस्नान करना चाहिए।
रोगी व्यक्ति को स्नान करने से पहले कम से कम 15 मिनटों तक सूखा घर्षण क्रिया करनी चाहिए।
इस प्रकार से उपचार करने से लो ब्लडप्रेशर का रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
लो ब्लडप्रेशर रोग को ठीक करने के लिए 25 ग्राम किशमिश तथा 50 ग्राम चनों को रात में सोते समय पानी में भिगोने के लिए रख दें तथा सुबह के समय में उठकर इसे चबा-चबाकर खा लें तथा इसके पानी को पी लें।
प्रतिदिन इस प्रकार का प्रयोग करने से कुछ ही दिनों में यह रोग ठीक हो जाता है।
रोजाना ककड़ी तथा खीरे का रस पीने से लो ब्लडप्रेशर का रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
मठे (लस्सी) में काला नमक, कालीमिर्च पाउडर तथा 2 चुटकी हींग डालकर प्रतिदिन पीने से लो ब्लडप्रेशर (निम्न रक्तचाप) रोग ठीक हो जाता है।
रोजाना आधा कप आंवला के रस में 2 चम्मच शहद डालकर पीने से यह रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
लो ब्लडप्रेशर रोग से पीड़ित रोगी को सुबह के समय में हरी घास पर नंगे पैर चलने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
इस रोग से पीड़ित रोगी को ज्यादा सोच विचार का कार्य नहीं करना चाहिए तथा अधिक से अधिक आराम करना चाहिए
*Dr. (Vaid) Deepak Kumar*
*Adarsh Ayurvedic Pharmacy*
*Kankhal Hardwar* *[email protected]*
*9897902760*