कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ली समीक्षा बैठक, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सी.सी.आर हरिद्वार में कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड़ मेला शुरू होने से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण की जाएं। सकुशल कांवड़ मेला सम्पन्न कराने के लिए कांवड़ मेले से संबधित अन्य राज्यों के अधिकारियों से भी निरन्तर समन्वय बनाकर रखें। यह सुनिश्चित किया जाए कि 14 जुलाई से 26 जुलाई 2022 तक होने वाले कांवड़ मेले में स्वास्थ्य, विद्युत, पेयजल, पार्किंग, स्वच्छता एवं अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं अच्छी हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा में 04 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने सभी शिवभक्तों से अपील की कि देवभूमि उत्तराखण्ड में कांवड यात्रा पर आने वाले शिवभक्त एक-एक पौधा लगाएं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान निर्देश दिये कि कांवड़ मेले में जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई, जिनकी कोविड की बूस्टर डोज नहीं लगी है, उनकी बूस्टर डोज लगवाई जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग स्थलों में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए तथा शौचालयों की संख्या में और वृद्धि की जाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर शाइनेज की पूर्ण व्यवस्था हो। कांवड़ पटरी पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो। वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य शेष बचे हैं, उन्हें द्रुत गति से पूर्ण किया जाये। कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट दिया जाए। भण्डारे एवं लंगर के लिए हाइवे से दूरी पर स्थान चिन्हित किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाओं एवं सामग्रियों को भेजने के लिए कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी का सामना न करने पड़े।
जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय ने कांवड़ की तैयारियों को लेकर प्रस्तुतीकरण देते हुए कहा कि कांवड़ मेले के लिए 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं। कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन हेतु मेला क्षेत्र में 12 सुपर जोन, 32 जोन एवं 134 सेक्टर बनाये गये हैं। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 17 अस्थाई स्वास्थ्य शिविरों की स्थापना की गई है। चिकित्सा केन्द्रों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।
कांवड़ बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कनखल स्थित दक्ष मन्दिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की तथा देश व प्रदेश की सुख-शान्ति एवं समृद्धि के लिये कामना की।
बैठक में सतपाल महाराज कैबिनेट मंत्री, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, श्रीमती राधा रतूड़ी अपर मुख्य सचिव, आनन्द वर्द्धन अपर मुख्य सचिव, आर.के. सुधांशु प्रमुख सचिव पीडब्लूडी, अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक, एडीजीपी डॉ. वी मुरूगेशन, अरविंद सिंह हयांकी सचिव परिवहन, सुश्री राधिका झा सचिव स्वास्थ्य, आर.एम. सुन्दरम् सचिव ऊर्जा, एन.के. झा सचिव, हरि चन्द्र सेमवाल सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, सुशील कुमार आयुक्त गढ़वाल मण्डल, के.एस. नगन्याल डीआईजी, रणवीर सिंह चौहान आयुक्त परिवहन, सी. रविशंकर अपर सचिव पयर्टन, प्रताप सिंह शाह अपर सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, विनय शंकर पाण्डेय जिलाधिकारी हरिद्वार, डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, वीर सिंह बुदियाल अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), पी.एल. शाह अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), नगर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, एमएनए दयानन्द सरस्वती, पूरण सिंह राणा एसडीएम, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।