कोरोना काल में फल सब्जियों के बढ़ते दामों पर नियंत्रण को लेकर मंडी के पूर्व अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने सरकार को क्या दिए सुझाव, जानें
हरिद्वार/ सुमित यशकल्याण
हरिद्वार । आम जनता व उपभोक्ताओं के लिए अभी कोरोना की मुसीबत कम होने का नाम नही ले रही है वहीं महंगाई की मार दिन प्रतिदिन आम जनता पर पड़ना तय है, रोज़मर्रा की जीवन में दैनिक फ्रूट-सब्ज़ी के बढ़ते दाम फूटकर बाज़ारो में देखे जा सकते है जैसे कि गोभी सौ से सवा सौ रुपये किलो, मटर दो सौ रुपये किलो, टमाटर नब्बे से सौ रुपये किलो, आलू चालीस से पैंतालीस रुपये किलो, तोरी चालीस रुपये किलो, लौकी पैंतीस से चालीस रुपये किलो, धनियां ढाई सौ से तीन सौ रुपये किलो, मिर्ची, शिमलामिर्च अन्य सब्ज़ियो के बढ़ते दाम के साथ साथ फ्रूट के दाम भी अपने चरमसीमा पर है, फ्रूट सब्जी के आसमान छूते दाम पर यदि सरकार द्वारा कंट्रोल नहीं किया गया तो आम उपभोक्ताओं व जनता पर दोहरी मार पढ़ना तय है।
सरकार से आम उपभोक्ताओं की तरफ से सब्जी-फ्रूट के बढ़ते दामो पर अंकुश लगाने की मांग करते पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, भाजपा नेता संजय चोपड़ा ने अपने रचनात्मक सुझाव के साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से संयुक्त रूप से मांग की उत्तराखंड की मंडियों के अधिकार क्षेत्रो को बढ़ावा देकर कोरोनाकाल की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए किसानों व आम उपभोक्ताओं के संबंधों को और बेहतर बनाने व उचित प्रबंधन के साथ राज्य की सभी मंडी समितियों द्वारा शहरी क्षेत्रों में लगाये जाए फल, सब्ज़ी बाजार ताकि आम उपभोक्ताओं को मंडी के सस्ते दरों पर रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तु फल, सब्ज़ी सस्ते दरों पर उपलब्ध हो सके और कृषको को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके, इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए चोपड़ा ने कहा रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों, किसानों के प्रतिनिधियों, आम उपभोक्ताओं, व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों को संयुक्त रूप से सम्मलित कर जनहित कमेटी बनाकर आम उपभोक्ताओं को महंगाई से निजात देने के उचित कदम सरकार की और से उठाने होंगे।