शैलदीदी ने मप्र के लिए पाँच दिव्य कलशों का किया पूजन, मप्र के कोने-कोने में पहुंचेगी ज्योति कलश यात्रा…
हरिद्वार। सोमवार को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय ज्योति कलश यात्रा कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला में मध्यप्रदेश के 1500 से अधिक गायत्री साधक भाग ले रहे हैं। इसका उद्देश्य प्रदेश के तरुणाई को सनातन संस्कृति की मुख्य धारा से जोड़ना है और उन्हें सकारात्मक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना है।
इस दौरान शांतिकुंज की अधिष्ठात्री स्नेहसलिला शैलदीदी ने वैदिक कर्मकाण्ड के बीच मध्यप्रदेश के लिए पांच दिव्य कलशों का पूजन किया और उन्हें मध्यप्रदेश से आये हुए परिजनों को सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युगऋषि पूज्य गुरुदेव मध्यप्रदेश को हमेशा अपना हृदय स्थल मानते रहे।
जोन समन्वयक डॉ. ओपी शर्मा ने ज्योति कलश यात्रा का स्वरूप और क्रियान्वयन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युगऋषि पूज्य आचार्यश्री द्वारा प्रज्वलित सिद्ध अखण्ड दीपक से प्रकाश को लेकर दिव्य ज्योति कलश मध्यप्रदेश के गाँव-गाँव और शहर-शहर पहुंचेगी, जिससे लोगों के बीच एक नई अलख जागृत होगी। डॉ. शर्मा ने कहा कि इस पवित्र यात्रा में हम सभी को सक्रिय रूप से भागीदारी करनी है, जिससे दिव्य ज्योति का प्रकाश जन-जन तक पहुंचे और और समाज में सकारात्मक परिवर्तन हो सके। जगदीश कुलमी, प्रो. विश्व प्रकाश त्रिपाठी, प्रो. प्रमोद भटनागर सहित कई विषय विशेषज्ञों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मप्र के कोने कोने से आये 1500 से अधिक भाई-बहिन उपस्थित रहे।