कुंभ मेले को लेकर अखाड़ा परिषद की हुई बैठक, स्व. अशोक सिंघल को भारत रत्न,पालघर में संतों की हत्या की सीबीआई जांच, भू समाधि के लिए जमीन सहित कई अहम प्रस्ताव पारित,

हरिद्वार/ हरीश कुमार

हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बुधवार को श्रीपंचदशनाम जूना भैरव अखाड़ा में हुयी बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गये। बैठक में पालघर महाराष्ट्र में जूना अखाड़े के दो साधुओं की हत्या की सीबीआई जाॅच कराए जाने तथा रामजन्म भूमि आंदोलन के अग्रणी जननायक अशोक सिंघल को भारत रत्न दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। अशोक सिंघल की स्मृति में पूरे देश में कीर्ति स्त्म्भ बनाये जाने तथा उस पर राजनन्म भूमि आंदोलन में शामिल सभी प्रमुख संतो शहीद कारसेवकों के नाम अंकित किए जाने की मांग की गयी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि तथा महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने प्रस्तावों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा सभी तेरह अखाड़ों को उनकी निजी भूमि पर कुम्भ मेले हेतू स्थायी निर्माण कराए जाने हेतू एक-एक करोड़ की धनराशि आवंटित की गयी है, लेकिन बैरागी अखाड़े निर्मोही अणि दिगम्बर अणि तथा निर्वाणी आदि के पास निजी भूमि नही है। इसलिए प्रस्वात पारित किया गया है कि अगामी 5 सितम्बर को अखाड़ा परिषद का एक प्रतिनिधि मण्डल जिसमें अध्यक्ष तथा महामंत्री के अलावा तीनों अणियों के श्रीमहंत शामिल होगें हनुमान गढ़ी के श्री महंत सुरेशदास महाराज के साथ गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेगा तथा उनसे हरिद्वार स्थित बैरागी कैम्प में लीज पर भूमि दिए जाने का अनुरोध करेगा। लीज पर दी जाने वाली भूमि पर जो राजस्व सरकार तय करेगी वैष्णव अखाड़े अदा करेंगे। श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया गंगा को प्रदूषण मुक्त किए जाने के लिए संतो को जलसमाधि के स्थान पर भूसमाधि दिए जाने के लिए नीलधारा के किनारे आवंटित भूखंड को औपपचारिक रूप से अखाड़ा परिषद को सौपें जाने तथा वहां आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होने बताया इस भूखण्ड पर साधु संतो को भू-समाधि दिए जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गयी है और कई संतो को यहां भू-समाधि दी गयी है।


इसके अतिरिक्त लक्सर रोड पर बड़ा अखाड़ा उदासीन द्वारा श्रीचन्द्र भगवान द्वारा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया जिसें सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। बैठक में पेशवाई मार्गो से अतिक्रमण हटाये जाने ,अखाड़ो की आवंटित होने वाली भूमि को समतल कराए जाने,सभी प्रमुख मार्गो को अविलम्ब बनाए जाने, हिलबाईपास मार्ग का सुदृढीकरण किए जाने तथा प्रमुख स्नान घाटों का नाम सभी तेरह अखाड़ों के इष्टदेवों के नाम पर रखे जाने के प्रस्ताव भी पारित किये गये। कुम्भ मेले के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए बहादराबाद-लक्सर मार्ग बनाये जाने तथा नगर से 50किलोमीटर पहले ही बाहर से आने वाले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था किए जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया कि इन सभी प्रस्तावों को लेकर 28 अगस्त को अखाड़ा परिषद का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री से देहरादून जाकर मिलेगा।

बैठक में सभी तेरह अखाड़ो के प्रतिनिधियों जिनमें जूना अखाड़े के श्रीमहंत महेशपुरी,पूर्व सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि,निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविन्द्रपुरी,महंत ओकार गिरि,अग्नि अखाड़े के महंत मुक्तानंद आवाहन अखाड़े के महंत सत्यगिरि,आनंद अखाड़े के महंत शंकरानन्द सरस्वती,महानिर्वाणी अखाड़ के महंत कृष्णापुरी,अटल अखाड़े के बलराम भारती,बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत दामोदर दास,प्रेमदासनिर्मल अखाड़े के महंत देवेन्द्र सिंह,नया उदासीन अखाड़े के महंत भगतराम,निर्वाणी अणि के महंत धर्मदास,महंत मोहनदास,दिगम्बर अणि के महंत कृष्णदास,निर्मोही अणि के महंत राजेन्द्रदास तथा महंत रामजी दास आदि उपस्थित थे।

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