रानीखेत के ग्रामीण क्षेत्रोँ में गुलदार का आतंक
रानीखेत (सतीश जोशी): पर्यटक नगरी से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार का आतंक दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। अब दिन दहाड़े गुलदार द्वारा लोगों के पालतू जानवरों को घर से उठाकर ले जाना और राह चलते लोगों पर आक्रमण करना आम बात हो गई है। जिस कारण भय की वजह से लोगों ने घर से निकालना तक दूभर हो गया है। लोग खौफजदा जीवन जीने को मजबूर हैं। शुक्रवार दोपहर 3 बजे घास चर रही वलना निवासी गोविंद सिंह रावत की बकरी को गुलदार बीच सड़क से उठाकर ले गया। इस बीच गोविंद रावत ने बकरी की आवाज सुन कुल्हाड़ी लेकर गुलदार के पीछे झाड़ियों में कूद गए जिसे देख गुलदार लहूलुहान बकरी को छोड़कर भाग गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि रोज इस क्षेत्र में कई गुलदार जानवरों को उठाकर ले जा रहे हैं यहां तक कि राह चलते लोगों पर भी हमला कर रहे हैं। उनके स्कूली बच्चों ने तो अब घर से निकलना ही बंद कर दिया है। वन विभाग कुंभकरनी नींद मे सो रहा है। कई बार स्थानीय स्तर पर शिकायत के बावजूद भी विभाग किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है। ग्रामीणों ने अतिसीघ्र क्षेत्र पर विभागीय गश्त सहित कैमरा ट्रैप एवं पिंजड़ा ना लगाने की दशा में उग्र आंदोलन की धमकी तक दे डाली है। अब देखना यह होगा कि लोगों की गुहार का वन विभाग कब संज्ञान लेता है। या लोगों को इसी तरह खौफजदा जीवन जीने को मजबूर होना पड़ेगा। ग्राम प्रधान वलना राजेंद्र पंत ने वन विभाग सहित शासन से अतिशीघ्र गाँव में कैमरा ट्रैप लगाकर वन विभाग से गश्ती दल तैनात करने की मांग की है।