नाले निर्माण में हुई मजदूर की मौत का जिम्मेदार कौन, जनता करेंगी तय- मनीष कर्णवाल,
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण
हरिद्वार के पॉश इलाके और शहरी विकास मंत्री के वार्ड रानीपुर क्षेत्र में अमृत गंगा योजना के तहत हुए अनियिजित नाला निर्माण में हुई लापरवाही के चलते एक मजदूर अपनी जान गवा चुका है और एक मजदूर घायल हुए है ,इसका जिम्मेदार कौन है अब यह तय करने का समय आ गया है ,
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल ने बयान जारी कर कहाँ है कि नाले के निर्माण के दौरान पूर्व में जब स्थानीय लोगों द्वारा आपत्ति की गई थी तब शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के भाई मुकेश कौशिक ने खुद मौके पर पहुंचकर लोगों को आश्वस्त किया था कि इस नाला निर्माण की पूरी जिम्मेदारी उनकी है और होने वाले हर तरह के कार्य की जिम्मेदारी उनकी होगी, परंतु मजदूर के मारे जाने के बाद न तो शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ही कुछ बोल रहे हैं और न ही उनके जिम्मेदारी लेने वाले भाई मुकेश कौशिक कुछ बोल रहे हैं आखिर एक गरीब जो रोजी रोटी और अपने परिवार को पालने के लिए मजदूरी करने को विवश था उस मजलूम मजदूर की मौत का जिम्मेदार कौन है इस मौत का जिम्मेदार कौन होगा कौन लेना उसकी मौत की जिम्मेदारी ,
अमृत योजना के तहत नाला निर्माण के लिए बिना किसी योजना के खुदाई कराना और अनियोजित तरीके से दोयम दर्जे का निर्माण कराने के लिए और वेवश मजदूर की मौत के लिए जितनी कार्यदायी संस्था जिम्मेदार है उससे कहीं ज्यादा ऐसे कार्य करने वालों को संरक्षण देने वाले उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और उनके प्रतिनिधि भाई मुकेश कौशिक और संस्था के अधिकारीगण जिम्मेदारी है आखिर यह लोग अब क्यों नहीं जिम्मेदारी स्वीकार्य कर सामने आ रहे हैं ?
आपको बता दें कोंग्रेस के कार्यकाल में रानीपुर मोड़ के जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए पाइपलाइन डाली गई थी और रानीपुर मोड़ पर पंप भी लगाए गए इस योजना का क्षेत्रवासियों को पूरा लाभ मिला है और बरसात में होने वाली जलभराव की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिली है निर्माण के दौरान किसी तरह की किसी भी क्षेत्र वासी को कोई परेशानी नहीं हुई परंतु उस दौरान भाजपा के लोगों द्वारा भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा शहरी विकास मंत्री के लोगों द्वारा योजना मैं अड़ंगा लगाने का और विवाद पैदा करने का प्रयास किया गया था और अब इसी समस्या के लिए यह अनियोजित नाले का निर्माण करवाया जा रहा है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि शहरी विकास मंत्री उनके प्रतिनिधि भाई और भाजपा के लोगों का क्षेत्र की समस्या जलभराव को दूर करने में कोई इंटरेस्ट नहीं है वे केवल इस मुद्दे को बनाकर रखना चाहते हैं और इस मुद्दे पर राजनीति करना चाहते हैं इसीलिए अभी जो अनियोजित निर्माण कार्य कराया जा रहा है वह कितना बड़ा सरदर्द क्षेत्र वासियों के लिए होने वाला है यह कल हुई घटना और क्षेत्रवासियों के मकानों में हो रहे पानी के भराव और मकानों में आ रही दरारें बताएंगी ।