कल मनाई जाएगी त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त महाराज की 63वीं पुण्यतिथि…
श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब की कार्यकारिणी बैठक संपन्न।
हरिद्वार। श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब नई दिल्ली की कार्यकारिणी प्रथम बैठक सभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. देशबंधु की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब के द्वारा संचालित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं, गौशाला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र तथा चलाए जा रहे अन्य प्रकल्प के बारे में विचार किया गया और उनकी गतिविधियों पर विभिन्न वक्ताओं ने प्रकाश डाला गया। बैठक में अगले साल सभा के शताब्दी वर्ष को व्यापक स्तर पर मनाने का निर्णय लिया गया त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त महाराज की 63वीं पुण्यतिथि कल शुक्रवार को सप्तऋषि आश्रम में उनके समाधि स्थल पर मनाई जाएगी। शुक्रवार को सुबह 7:00 बजे हवन के साथ श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत होगी।
इस अवसर पर कार्यकारिणी की प्रथम बैठक को संबोधित करते हुए सभा के अध्यक्ष डॉ. देशबंधु ने कहा कि आज देश में फिर से सनातन धर्म में आस्था रखने वालों का धर्म परिवर्तन किए जाने की साजिश की जा रही है हमें जिसको नाकाम करना है और ऐसी साजिशों से सतर्क रहना है।
डॉक्टर देशबंधु ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि वे सभा के चौमुखी विकास के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस सभा की स्थापना भारत रत्न श्री महामना मदन मोहन मालवीय जी के एकमात्र मंत्र दीक्षित शिष्य त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त महाराज ने की थी, उन्होंने कहा कि हमें गोस्वामी जी के सपनों को पूरा करना है और उनके दिखाए मार्ग पर चलना है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब का शताब्दी वर्ष है इसे सभा पूरे देश में व्यापक स्तर पर मनाएगी। उन्होंने कहा कि सभा द्वारा देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है और सभा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार कार्यक्रम जारी रखेगी।
इस अवसर पर सभा के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्र मोहन गोस्वामी ने कहा कि सभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर देशबंधु ऊर्जावान हैं और उनके नेतृत्व में सभा चहुमुखी विकास करेगी
सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि सभा का शताब्दी वर्ष धूमधाम से मनाया गया क्योंकि सभा ने सनातन धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए ऐतिहासिक कार्य किया है।
इस अवसर पर वरिष्ठ उपप्रधान महंत स्वरूप बिहारी शरण, उप प्रधान राकेश ओबरॉय, महामंत्री गुरदीप कुमार शर्मा, वित्त मंत्री डी.आर. मदान, कार्यालय सभा के मंत्री पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, सचिव सुभाष चंद्र शर्मा, प्रचार मंत्री नंदकिशोर शर्मा, महेंद्र कालरा, आनंद शर्मा एडवोकेट, सुभाष सिंह घई, डॉ. राधिका नागरथ सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार के प्रबंधक विनोद सैनी आदि ने अपने विचार रखे।