अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मनसा देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर की प्रयागराज महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न होने की कामना…
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मनसा देवी मंदिर में दर्शन पूजन कर प्रयागराज महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न होने की कामना की। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि महाकुंभ से करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी है। भारत सहित तमाम देशों से श्रद्धालु महाकुंभ मेले में गंगा तट पर होने वाले विशाल संत समागम में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं और संत महापुरूषों का सानिध्य प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य ने धर्म रक्षा के लिए अखाड़ों की स्थापना की थी। देश में चार स्थानों पर लगने वाले महाकुंभ मेले में सभी तेरह अखाड़े एकत्र होते हैं और सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन के लिए विचार मंथन करते हैं। महाकुंभ मेले के दौरान संत महापुरूषों के सानिध्य में किए जाने वाले धार्मिक क्रियाकलापों से विश्व में शांति और समृद्धि का वातावरण बनता है। संत महापुरूषों के श्रीमुख से प्रसारित होने वाले आध्यात्मिक संदेशों से पूरी दुनिया के लोगों को मार्गदर्शन मिलता है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि एक जनवरी से शुरू हो रहे प्रयागराज महाकुंभ मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अखाड़ों और आम जनता की सुविधा के लिए प्रयागराज मेला प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है तो अखाड़ों की और से भी तैयारियां की जा रही हैं। सभी अखाड़ों के संत महापुरूष प्रयागराज पहुंच चुके हैं। निरंजनी अखाड़े के रमता पंचों की पेशवाई भी प्रयागराज रवाना हो चुकी है। 30 जनवरी को सभी अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में अखाड़े की धर्मध्वजा स्थापित की जाएगी। 14 जनवरी मकर संक्रांति को सभी अखाड़े महाकुंभ का पहला शाही स्नान करेंगे। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में सभी अखाड़े मिलकर सनातन बोर्ड का गठन किए जाने पर विचार विमर्श करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री से जल्द से सनातन बोर्ड गठित करने की मांग करेंगे।