स्वास्थ्य कैम्प। 78 मीडिया कर्मियों और उनके परिवार वालों ने कराया आंखों का टेस्ट, कहां जानिए…
सुमित यशकल्याण।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सुबह से झमाझम बारिश के साथ ही लोक कल्याण समिति व इंडियन मीडिया वैल्फेयर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में पत्रकारों एवं उनके परिजनो के लिए आयोजित निःशुल्क नेत्र जांच शिविर में 78 पत्रकारों व उनके परिजनों ने अपनी आंखों की जांच करवाई। वरिष्ठ डाक्टरों के पैनल ने सभी की आंखों की जांच आधुनिक मशीनों से की और हिदायत दी कि कोरोना काल में घरों मे लगातार बंद रहने और आनलाईन कक्षाओं के चलते अब आवश्यक हो गया है कि 09 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की आंखों का टेस्ट अवश्य कराना चाहिए।
समिति के मुख्यालय सुचेता कृपलानी भवन, राउज एवेन्यू, आईटीओं में आयोजित शिविर में महासचिव सुश्री हरिता गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में जुटे मीडियाकर्मियों ने दिन-रात एक करके अपना दायित्व निभाया, इसलिए हमारा भी दायित्व था कि हमारी समिति भी उनका और उनके परिजनों के लिए नि:शुल्क आंखों की जांच करके उनके लिए छोटी सी सेवा करे। सुश्री गुप्ता ने कहा कि मैं धन्यवाद करती हूँ इम्वा का जिनके अध्यक्ष राजीव निशाना ने अपनी एसोसिएशन की ओर से सहमति दी और आज यह कार्य संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि मीडिया बंधुओ और उनके परिजनों के लिए हम समय-समय पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते रहेंगे। शिविर में बच्चों, युवा, महिलाओं और बुजुर्गो ने भी बढ-चढ़ कर हिस्सा लिया।
नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ.सीमा बहुगुणा ने कहा कि आनलाईन काम करने के सिस्टम से सभी वर्ग के लोगों की आंखों पर काफी भार आ गया है, इसलिए जरुरी है कि समय-समय पर आंखों की जांच कराई जाए। 09 साल के एक बालक की आंखों की जांच करते हुए डाक्टर बहुगुणा ने कहा कि इस बच्चे की आंखों में हुई भारी कमजोरी की वजह से दवा डालकर इसकी पूरी जांच की, जिसके बाद उन्होंने कहा कि ज्यादा टीवी व मोबाइल देखने के कारण इस बच्चे की आंखों में तकलीफ शुरू हुई है, साथ ही उन्होंने हिदायत दी कि बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों का विशेष ख्याल रखें, साथ ही समय-समय पर उनकी आंखों की जांच अवश्य करवा लें।
वहीं इम्वा अध्यक्ष राजीव निशाना ने समिति का आभार प्रकट करते हुए कहा कि लोक कल्याण समिति ने जिस तत्परता के साथ मीडियाकर्मियों व उनके परिजनों के आंखों की जांच कर नवजीवन प्रदान करने की जो पहल की है, उसके लिए इम्वा उनकी आभारी हैं।