संत निरंकारी मंडल के तत्वधान में संत निरंकारी मिशन द्वारा विशाल रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। रविवार को प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मानव एकता दिवस पर बाबा गुरुबचन की स्मृति में सम्पूर्ण भारतवर्ष में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। संत निरंकारी मंडल के तत्वधान में और सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज महाराज की असीम कृपा से ज्वालापुर ब्रांच बहादराबाद संत निरंकारी मिशन द्वारा एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। मानव एकता दिवस पर मानव सेवा के जज्बे को बरकरार रखते हुए आज एक बार फिर संत निरंकारी मिशन के वॉलिंटियर्स रक्तदान के लिए आगे आए। सतगुरु द्वारा चलाई गई मानवीयता की भावना को अपने मन और चेतना में समाहित कर सर्वोपरि रखते हुए हरिद्वार, ज्वालापुर, तेजू पुर, मसाई कला, लक्सर एवं रुड़की के निरंकारी सेवादार भक्त इस शिविर में बड़े उत्साह से आगे आए। इस अवसर पर मिशन प्रचारक राजीव बिजल्वाण ने बताया कि सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज का मानवता के प्रति सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सतगुरु बाबा ने सिखाया है कि “रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहना चाहिए” रक्त वॉलिंटियर्स की लंबी लाइनें लगी है हमारा लक्ष्य 400 से अधिक यूनिट एकत्र करने का है। डॉक्टर्स की ब्लड बैंक हरिद्वार की एक टीम और एक टीम रुड़की द्वारा रक्त एकत्रित किया गया।
क्षेत्रीय संचालक सुरेश कनोजिया ने कहा कि 24 अप्रैल को 1980 को बाबा गुरुवचन के शरीर को विरोधियों ने समाप्त कर दिया था। इस दिवस को बाबा हरदेव सिंह के बलिदान एकता को समर्पित करते हुए शहीदी दिवस के रूप में विशाल रक्तदान शिविर प्रारम्भ किया गया। तभी से इस दिन को मानव एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मानव रक्त नालियों में नही नाड़ियो में बहना चाहिए। संत निरंकारी मिशन द्वारा पूरे विश्व में रक्त दान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ज्वालापुर ब्रांच के संयोजक मंगतराम जखमोला ने निरंकारी मिशन को एकता और मिलवर्तन का मिशन बताया। इंसानियत ही सबसे पहला धर्म है। जिस प्रकार से सम्पूर्ण मानव के प्रति प्रेम एवं मानव के प्रति सेवा की भावना भी सभी के मन में बढ़ी है ऐसे में हम सबको किसी ना किसी रूप में एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। आज के युग में मानव एकता की जरूरत है। सम्पूर्ण विश्व में मानव प्रेम का उदाहरण पेश किया जा रहा है।