भारतीय जागरूकता समिति एवं एसएमजेएन (पीजी) कॉलेज के तत्वाधान में महिला सशक्तिकरण पर विचार गोष्ठी की गई आयोजित…
हरिद्वार। रविवार को भारतीय जागरूकता समिति एवं एसएमजेएन (पीजी) कॉलेज के तत्वाधान में महिला सशक्तिकरण पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में समाज ओर देश विदेश की हस्तियों के विचारो का समागम हुआ। कार्यक्रम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा की अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा और मुख्यावक्ता एसपी जीआरपी सुश्री अरुणा भारती, सुप्रीम कोर्ट के विशाल सक्सेना एवं हाई कोर्ट के अधिवक्ता एवं समिति के अध्यक्ष ललित मिगलानी रहे। अतिथियों में श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, डॉ. विशाल गर्ग, विजेंदर पालीवाल, सीओ ट्रैफिक राकेश रावत, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता राकेश अग्रवाल एवं शिकागो से आये योगाचार्य डॉ. विद्यालंकार रहे।
कार्यक्रम का संचालन वूमेंस विंग की अध्यक्ष शिवानी गौर, डॉ. अर्पिता सक्सेना ने किया एवं दीपाली शर्मा, अर्चना शर्मा, डाक्टर कल्पना कुशवाहा, वर्षा श्रीवास्तव का कार्यक्रम में सहयोग रहा।
कार्यक्रम में समाज की उन महिला हस्तियों को सम्मानित भी किया गया जिन्होंने अपने जीवन काल में कई महत्वपूर्ण योगदान दिये हैं।
शिकागो से आये योगाचार्य डॉ. विद्यालंकार ने कार्यक्रम में समिति के कार्यो की सरहाना की।
कार्यक्रम में मुख्या वक्ता ललित मिगलानी ने कहा कि समाज में महिलाओ को कानून की जानकारी होना उतना ही आवश्यक है जितना उनको खाना बनाने के लिए मसालों का ज्ञान जैसे ज्यादा मसालों को मात्रा से खाना ख़राब हो जाता है वैसे कानून की अधिक जानकारी भी घर को बर्बाद कर देती है। कानून समाज के हर वर्ग को जीने का, शिक्षा का ओर स्वतंत्र रहने का अधिकार देता है और जो इन अधिकारों का हनन करता है वो कानून की दृष्टि में अपराधी है। महिलाओं को कहां चुप रहना है और कहां कानून की सहायता से आवाज उठानी है अच्छी तरह से ज्ञान होना चाहिये ताकि समय पर सही तरीके से अपनी सुरक्षा कर सके। मिगलानी ने महिलाओं को उनके सम्बंधित कानून की जानकारी भी दी।
एसपी जीआरपी अरुणा भारती ने कहा कि कानून महिलाओं को सुरक्षा हर प्रकार से देती है किसी भी शिकायत पर महिलाओ की पहचान को गुप्त रखा जाता ही और कार्यवाही अमल में लाई जाती है उन्होंने 1090, गौरा शक्ति एप, घेरुलू हिंसा, FIR आदि की तमाम जानकारी साझा की। भारती ने कहा कि हर महिला और बच्चों को अपने नजदीक थाने के नंबर की जानकारी जरुर होनी चाहिये ओर हर महिला के फोन पर गौरा शक्ति एप डाउनलोड होनी चाहिये।
मुख्यातिथि प्रदीप बत्तरा ने कहा कि समाज में ऐसे कार्यक्रम समय जीसमय पर होने चाहिये ताकि समाज में जागरूकता आ सके, महिला पहले भी शक्तिशाली थी आज भी है और आगे भी रहेगी, आज धर्मनगरी हरिद्वार में कई महत्वपूर्ण पद महिलाओ ने संभाल रखे हैं, जो कि एक गर्व की बात है। समिति की महिलाओ ने इस कार्यक्रम को इतना सुंदर आयोजित किया वो काबिले तारीफ़ है, समिति के प्रयास सराहनीय हैं, समिति के कार्यो में सरकार हर तरीके से मदद करेगी।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि कॉलेज समय-समय पर छात्रों को कानून की जानकारी देता रहता है, समिति के कार्यो में कॉलेज हमेशा योगदान देता है, आज के कार्यक्रम के सम्मानित महिलाये को कॉलज बधाई देता है और समाज में आगे बढने ओर नये मुकाम हासिल करने की प्रार्थना करता है।
कार्यक्रम में विनीत चौधरी, अनिल शर्मा, सिद्धार्थ प्रधान विनायक गौड़, प्रदीप धीमान, सुमित दरगन आदि का भी योगदान रहा।
कार्यक्रम में डॉक्टर लता शर्मा, डॉ. लता वर्मा, श्रीमती शोभना पालीवाल, डॉ. रेनू सिंह, सब इंस्पेक्टर अनीता शर्मा, सब इंस्पेक्टर रीना शर्मा, सब इंस्पेक्टर गीता, श्रीमती रत्नेश गौतम, श्रीमती सुधा तिवारी, श्रीमती किरण अग्रवाल, श्रीमती रूपम जोहरी, श्रीमती नरेश रानी गर्ग, अनन्या भटनागर, श्रीमती बीटा गर्ग, न्यूयॉर्क से आयी डॉ. प्रेरणा विद्यालंकार, डॉ. श्रीमती सरस्वती पाठक, डॉ. सुगंधा वर्मा, सुनीता झा, हेमा भंडारी, विनीता गोनियाल. अंजू द्विवेदी, रुचि अरोड़ा, नेहा मालिक एवं अर्शिका वर्मा आदि सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एसएमजेएन (पीजी) कॉलेज की अनन्या भटनागर की टीम ने एक नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से महिला अधिकारों के बारे में रोचक जानकारी दी जिसकी उपस्थित अतिथियों द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी।
कार्यक्रम में अर्पिता सक्सेना, वर्षा श्रीवास्तव, रजनी सिंघल, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, पल्लवी, दीपाली शर्मा, कल्पना कुशवाहा, दीपांशु धीमान, आर्यन बक्शी, प्रियांशु झा, मुस्कान सिंह, नेहा कश्यप, राधिका शर्मा, ममता मौर्य, नेहा सिंह, प्रिया प्रजापति, अनन्या भटनागर आदि शामिल रहे।