भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महिलाओं की भूमिका होगी निर्णायक -प्रो. बत्रा।

हरिद्वार। शनिवार को एसएमजेएन पीजी कॉलेज हरिद्वार में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं महिला प्रकोष्ठ द्वारा नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज की समस्त छात्राओं व शिक्षिकाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि शास्त्रों में महिलाओं को पूजनीय माना गया हैं। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमंते तत्र देवता। अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं। प्रो. बत्रा ने कहा कि बदलते समय के साथ नारी ने शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़कर स्वयं को सशक्त बनाकर प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव किया हैं। प्रो. बत्रा ने कहा कि आज सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षिक तथा प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं द्वारा कीर्तिमान स्थापित किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाला युग महिलाओं का होगा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में महिलाओं की निर्णायक भूमिका होगी। इस अवसर पर आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. संजय कुमार महेश्वरी ने कहा कि ‘अगर तुम करते हो नारी का सम्मान तो खुद पर करो हक से अभिमान’। डॉ. माहेश्वरी ने कहा कि महिला समाज को सभ्य बनाने से लेकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज महिला ने स्वयं को प्रत्येक क्षेत्र में साबित किया है और आज का दिन महिलाओं का दिन हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा डॉ. नलिनी जैन ने कहा की नारी हमारे समाज की जननी है, जिसके बिना समाज का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज की उन्नति उस समाज की महिलाओं की उन्नति से मापी जाती हैं। इस अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ. पुनीता शर्मा ने महिलाओं पर आधारित गीत गाकर सबको मंत्र मुक्त कर दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन यादवेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. विनय थपलियाल, डॉ. शिवकुमार चौहान, वैभव बत्रा, दिव्यांश शर्मा, डॉ. पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ. मोना शर्मा, रुचिता सक्सेना, डॉ. लता शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल आदि उपस्थित रहे।