शिवडेल स्कूल ने महिला सशक्तिकरण पर प्रेरणादायक सत्र का किया आयोजन…
हरिद्वार / कनखल। सोमवार को शिवडेल स्कूल, जगजीतपुर में कक्षा XI और XII के छात्रों के लिए ‘महिला सशक्तिकरण’ पर एक प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध शिक्षाविद् और प्रेरक वक्ता डॉ. विनय सेठी (पीएचडी, गोल्ड मेडलिस्ट) ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। डॉ. सेठी को शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण में उनके अद्वितीय योगदान के लिए विशेष रूप से पहचाना जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के अध्यक्ष, स्वामी शरदपुरी के प्रेरणादायक उद्बोधन से हुई, जिन्होंने आज के समाज में युवा महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “जब महिलाएँ आगे बढ़ती हैं, तो सम्पूर्ण समुदाय का विकास होता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम युवा महिलाओं को नेतृत्व की दिशा में आवश्यक साधन और आत्मविश्वास प्रदान करें।” उन्होंने यह भी कहा, “सशक्तिकरण का मार्ग आत्म-विश्वास और चुनौतियों का सामना करने के साहस से प्रारंभ होता है।”
सत्र के दौरान, डॉ. विनय सेठी ने अकादमिक विकास, प्रशासनिक वृद्धि और सामाजिक सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अमूल्य विचार साझा किए। उन्होंने लिंग समानता को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “महिलाओं को सशक्त करना केवल अवसर प्रदान करने का विषय नहीं है; यह एक ऐसी दुनिया बनाने का प्रयास है जहाँ महिलाएँ बिना किसी सीमाओं के अपने पंख फैला सकें।” उन्होंने छात्रों को आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान विकसित करने के लिए प्रेरित किया और कहा, “छात्र अपनी विशिष्टता को अपनाएँ और विविधता में छिपी शक्ति को पहचानें।”
डॉ. सेठी ने चुनौतियों और पूर्वाग्रहों को पार करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, यह कहते हुए, “हर बाधा को विकास के अवसर में बदलना संभव है। सामाजिक मानदंडों को चुनौती देना और सफलता की परिभाषा को पुनः निर्धारित करना आवश्यक है।” उन्होंने नेतृत्व कौशल विकसित करने के महत्व को समझाते हुए छात्रों को प्रेरित किया, “आप कल के परिवर्तन-निर्माता बनें, करुणा और दृढ़ता के साथ नेतृत्व करें।”
प्रधानाचार्य अरविंद बंसल ने विद्यालय की उस प्रतिबद्धता को उजागर किया जो व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित है। इस कार्यक्रम का समन्वय विपिन मलिक ने किया, और अन्य समर्पित शिक्षकों के योगदान ने इसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।