एसएमजेएन पीजी कॉलेज में विकसित भारत के लिये स्वदेशी प्रौद्योगिकी विषय पर कार्यक्रम हुआ आयोजित…
हरिद्वार। बुधवार को एसएमजेएन पीजी कॉलेज हरिद्वार में महाविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा विज्ञान संकाय द्वारा “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. सी.वी. रमन की याद में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘विकसित भारत के लिये स्वदेशी प्रौद्योगिकी’ रखा गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यावरणविद् प्रो. बी.डी. जोशी ने भाग लिया। कार्यक्रम सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ प्रारंभ किया गया।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने विज्ञान दिवस पर अपनी बात रखते हुये कहा कि हमारी चार पीढ़ियों में जल के उपयोग करने के तरीके में बदलाव आया है पहले नदी का, फिर कुएँ का, फिर हैडपंप और अब बोतल बंद पानी का उपयोग मानव पीने के लिए कर रहा है। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को अपने जन्मदिवस पर पेड़ लगाने का आग्रह किया जिससे आक्सीजन की पूर्ति तथा पर्यावरण संरक्षण हो सके। विज्ञान के दम पर ही हम आत्मनिर्भर बन रहे हैं, हमारे वैज्ञानिक सारे विश्व में फैले हुये है जो भारत की कीर्ति को दूर-दूर तक प्रसारित कर रहे हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि प्रो. बी.डी. जोशी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के द्वारा विज्ञान के प्रति जिज्ञासा की प्रवृति प्रबल होती है। नई शिक्षा नीति ने सभी के लिये ज्ञान के द्वार खोल दिये हैं। विज्ञान ने पौराणिक कथाओं को सत्य साबित कर दिया है। महान लोगों की सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और असंख्य असफलताएँ होती हैं, तब कहीं जाकर कोई अविष्कार होता है। आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर बी.डी. जोशी ने युवा मतदाताओं से मतदान अवश्य करने की अपील भी की तथा लोकतंत्र में मत की महत्ता को उजागर किया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा पोस्टर एवं मॉडल की प्रदर्शनी भी लगाई गई। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी ने अपने संबोधन में विज्ञान की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। निर्णायक मण्डल की भूमिका डॉ. सरोज शर्मा, डॉ. सुगन्धा वर्मा एवं आंकाक्षा पांडे ने निभाई।
मॉडल प्रतियोगिता में अंजलि सैनी को प्रथम, मनीष, आशीष हर्षित, आयुष और विनय को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार तथा पारुल, दिव्यांशु और अदिति को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार दिया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में ईशा कश्यप को प्रथम, अभिलाषा एवं आरती को द्वितीय तथा सुमन एवं नेहा को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार दिया गया। खुशी मेहता तथा जय वर्मा को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, डॉ. लता शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, विनित सक्सेना, डॉ. सरोज शर्मा, डॉ. पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ. पद्मावती तनेजा, डॉ. पुनीता शर्मा, दीपिका आनंद, डॉ. पल्लवी, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. रजनी सिंघल, डॉ. रेनु सिंह, वैभव बत्रा, डॉ. यादवेंद्र सिंह, प्रिंस श्रोत्रिय, डॉ. विजय शर्मा, निष्ठा चौधरी, भव्या, साक्षी गुप्ता, आकाक्षां पांडे, रिंकल गोयल, रिचा मनोचा, रचना गोस्वामी, संदीप सकलानी, राजीव कुमार आदि ने सहभाग किया।