आजादी का अमृत-महोत्सव। एसएमजेएन महाविद्यालय में किया गया ‘आजादी के मतवाले’ कार्यक्रम का आयोजन…
हरिद्वार। आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत अगस्त क्रान्ति के शुभ अवसर पर महाविद्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों का सम्मान समारोह कार्यक्रम ‘आजादी के मतवाले’ का आयोजन माँ सरस्वती वन्दना व द्वीप प्रज्जवलित कर हरिद्वार नागरिक मंच के सतीश जैन, प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, महंत अनिल गिरी, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पं. अधीर कौशिक एवं डॉ. संजय माहेश्वरी ने किया।
इस अवसर पर काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने अपना संदेश दिया कि स्वतंत्रता आन्दोलन के आदर्शों पर चलकर ही होगा राष्ट्र का कल्याण सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने आह्वान किया कि स्वतंत्रता समानता और बन्धुत्व के मूल्यों को समाज में समाहित कर ही भारत एक उन्नत राष्ट्र बन सकता है। श्री महन्त ने इस अवसर पर अगस्त क्रान्ति के कार्यक्रम को महाविद्यालय में आयोजित करने हेतु महाविद्यालय परिवार को साधुवाद दिया। विशिष्ट अतिथि सतीश कुमार जैन, संस्थापक हरिद्वार नागरिक मंच ने अपने सम्बोधन में कहा कि 09 अगस्त 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरूआत हुई थी और आज आवश्यकता इस बात की है कि हम एक राष्ट्र के तौर पर भारत छोड़ो आन्दोलन के मूल्यों और सरोकारों को आधुनिक समाज में आत्मसात करें। उन्होंने इस अवसर पर भारत छोड़ो आन्दोलन भारत के विभिन्न सामाजिक समूहों विशेषकर भारत के राजनीतिक नेतृत्व जैसे महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू तथा सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान का स्मरण किया।
प्रो. सुनील कुमार बत्रा, प्राचार्य एसएमजेएन महाविद्यालय।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि महाविद्यालय परिवार युवा छात्र-छात्राओं को स्वतंत्रता आन्दोलन के महत्व को बताने हेतु कृत संकल्प है जिससे युवा पीढ़ी यह जान सके कि स्वतंत्रता कितने संघर्षों के बाद इस देश को मिली है और इसके साथ-साथ वह राष्ट्र जीवन के महत्वपूर्ण अवयव, राष्ट्रीय एकता के महत्व को समझ सके।
कार्यक्रम का सफल संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने किया। इस अवसर पर डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. मनोज कुमार सोही, डाॅ. शिव कुमार चैहान, वैभव बत्रा, श्रीमति रूचिता सक्सेना, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, दीपिका आनन्द, आंकाक्षा पाण्डेय, मोहन चन्द पाण्डेय, संजीत कुमार आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सैनानी श्री मन्सा राम डंडरियाल, स्व. मा. करतार सिंह, स्व. डोलीराम, स्व. किशन लाल, स्व. भवानी गिरी, स्व. सागर सिंह राणा, स्व. वैद्य दिनेश चन्द, स्व. हवेली राम, स्व. महन्त सोम गिरि, स्व. आनन्द कुमार उर्फ मोहन दास, स्व. ठाकुर खेम सिंह, स्व. ओमप्रकाश, श्रीमती विजय लक्ष्मी, श्रीमती प्रतिभा रोहेला, के उत्तराधिकारियों को सम्मानित किया गया। उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों में विजय भण्डारी, विनोद डंडरियाल, श्रीमती सरोजनी जोशी, सुरेन्द्र सैनी, रविन्द्र भट्ट, उमाशंकर वशिष्ठ तथा हरिद्वार विकास समिति के संदीप कुमार, मोहित गर्ग, मोहित गौड़, राघव मित्तल, गौरव भाटिया, ईशान्त शर्मा, कुश बुद्धिराजा, जसबीर सिंह, सौरभ भारद्वाज, राॅबिन प्रधान, जतिन सौढ़ी, रवि बाबू शर्मा, सौरभ शर्मा, बालकिशन कोरी, पंडित अधीर कौशिक, महंतअनिल गिरी राजेश शर्मा, संदीप रावत, आदि को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर काॅलेज के पूर्व छात्र मेहताब आलम, छात्र-छात्राओं कामनी, कामाक्षा, आंचल, आरती, गौरव बंसल, अंशिका, रिया, द्वारा लधु नाटिका के माध्यम से 1857 की क्रान्ति व जलियावांला बाग हत्याकांड को प्रस्तुत किया गया। मनीषा व अपराजिता द्वारा कविता, अनन्या भटनागर, ईशिका, मेहताब आलम, आरती असवाल, चारू तथा मनीषा द्वारा देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रमों के माध्यम से गुलामी की तस्वीर से आज़ादी की तस्वीर दिखाई गयी।