लघु व्यापारियों ने पैदल मार्च निकालकर तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन किया प्रेषित…
हरिद्वार। शुक्रवार को रेडी पटरी के लघु व्यापारियों ने प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर शोषण व उत्पीड़न के विरोध में प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व में देवपुरा चौराहे से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पैदल मार्च निकालकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर पहुंचकर जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्रेषित किया। ज्ञापन में मांग की गई कि रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स लघु व्यापारियों को उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार स्वरोजगार करने की अनुमति प्रदान की जाए ज्ञापन में यह भी मांग की जिलाधिकारी नगर निगम प्रशासन को उत्तराखंड नगरी फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार फेरी समिति की बैठक बुलाई जाने के आदेश जारी करें।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसो.के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि नगर निगम प्रशासन सामान्य प्रशासन द्वारा उत्तराखंड शासन नगरीय फेरी नीति नियमावली का उल्लंघन कर फुटपाथ के कारोबारी रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को उनके कारोबारी स्थान से वंचित किया जाना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन द्वारा रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर लघु व्यापारियों को लाइसेंस व परिचय पत्र विक्रिया प्रमाण पत्र के साथ केंद्र और राज्य सरकार के संरक्षण में गरीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिया जाना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि गरीब रेडी पटरी के लघु व्यापारियों का यदि शोषण व उत्पीड़न बंद नहीं किया गया तो आगामी 25 जून को जन समर्थन के साथ न्याय यात्रा निकालकर नगर निगम का घेराव कर अपनी न्याय पूर्ण मांगों को दोहराया जाएगा। जिला अध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 10 हजार से 50000 का लोन लेने वाले रेडी पटरी के लघु व्यापारी को उनके कारोबारों से वंचित किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में वह बैंक लोन की किश्त किस प्रकार से अदा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की योजनाओं को धूमिल करने वाले अधिकारियों वह कर्मचारियों के खिलाफ राज्य सरकार जांच कराकर कार्रवाई करें ताकि रेडी पट्टी के लघु व्यापारियों संवैधानिक रूप से अपना स्वतंत्र कारोबार कर सके।
ज्ञापन पैदल मार्च में सम्मिलित हुए लघु व्यापारियों में मनोज कुमार, धर्मपाल कश्यप, कपिल कुमार, कमल सिंह, सुनील कुकरेती, फूल सिंह, मनीष शर्मा, दीपक कुमार, नितेश सैनी, नंदकिशोर गोस्वामी, पंडित कमल शर्मा, नीरज कश्यप, हेमंत कुमार, लालचंद, विजय गुप्ता, भोला यादव, तस्लीम अहमद, आजम अंसारी, नईम सलमानी, अब्दुल हमीद, श्रीमती पूनम माखन, आशा कश्यप, सुमन गुप्ता, सुनीता चौहान, पुष्पा दास, कामिनी, सीमा, सुमित्रा देवी, मुन्नी देवी आदि सहित बड़ी संख्या में लघु व्यापारी शामिल रहे।