महाकुंभ मेले की तर्ज पर होने वाली घंटाकर्ण कलश यात्रा हुई संपन्न,देखे दिव्य वीडियो।
हरिद्वार/एडमिन
कुछ ही दिन पहले घंटाकर्ण कैलाश यात्रा संपन्न हुई है यह यात्रा हर 12 साल बाद महाकुंभ की तर्ज पर आयोजित होती है। यह यात्रा पांडुकेश्वर से वसुधारा तक पहुंचती है साथ ही पांडुकेश्वर के घंटाकर्ण भगवान अपने भाई धन्याल से मिलने पहुंचते हैं। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है किस तरह श्रद्धालु द्वारा नंगे पैर, तेज बर्फ बारी और तूफान में यह यात्रा संपन्न की।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उत्तराखंड में जब हरिद्वार महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। तो बदरिकाश्रम के रक्षपाल भगवान घंटाकर्ण कैलाश की दिवारा यात्रा भी आयोजित करने की परंपरा है। इस पौराणिक परम्परा का निर्वहन करते हुए पांडुकेश्वर के साथ ही आसपास के ग्रामीणों की ओर से इस वर्ष दिवारा यात्रा का आयोजन किया। पांडुकेश्वर घंटाकरर्ण कैलाश की दिवारा यात्रा वसुधारा जल प्रपात स्नान कर भगवान नारायण से भेंट कर पाडुकेश्वर में मंदिर में जांति कौथीग के साथ सम्पन्न हुई। यात्रा के सामापन के मौके पर यहां श्रद्धालुओं ने भगवान घंटाकर्ण की पूजा-अर्चना कर अपनी इच्छा मांगी। कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष ग्रामीणों की ओर से सादे समारोह में दिवारा यात्रा का आयोजन किया गया।