कुंभ की यादें समेटा पड़ा है हरिद्वार, जानिए क्या है यह यादें।
हरिद्वार/ तुषार गुप्ता
महाकुंभ को खत्म हुए 2 हफ्ते हो गए हैं अगर बात की जाए इस महा पर्व की यादों की तो वह अपनी छाप छोड़े हुए है। पहली तस्वीर हरिद्वार के बैरागी कैंप की है जहां पंडालों के कपड़े ऐसी पड़े हैं जिस पर मक्खियां मंडरा रही है। कोरोना महामारी के चलते हमें साफ सफाई का भी खास ध्यान रखना चाहिए परंतु नगर निगम और सरकार द्वारा इसे कई वक्त से नजरअंदाज किया जा रहा है। दूसरी तस्वीर भी बेरागी कैंप की है जहा अभी तक नगर निगम द्वारा कुंभ मेला में लगाए गए कूड़ेदान की है जो अभी तक ऐसे ही बेरागी कैंप में लावारिस की तरह पड़े हैं।शहर में कूड़ा व्यवस्था भी इसी तरह बेहाल है जब मेयर से इसके बारे में बात की जाती है तो वह सरकार पर दोष डाल देती है वैसे ही जब सरकार से इसकी जवाबदारी मांगी जाती है तो वह लोग मेयर को इसका कारण बताते हैं।इन दोनों के बीच की नोकझोंक के कारण हरिद्वार की कूड़ा व्यवस्था बहुत ही दर्दनाक है और ऐसी महामारी के समय पर जब 2 गज की दूरी और साफ-सफाई बहुत जरूरी है वही यह चीजें हरिद्वार की कूड़ा व्यवस्था का सच बताती है।
अंत में महाकुंभ की ऐसी यादें जल्द से जल्द साफ हो जाए तो ही अच्छा है और इसकी जिम्मेवारी या तो प्रशासन को लेनी चाहिए या तो नगर निगम और मेयर को।