कांवड़ यात्रा के दौरान रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में बीईजी द्वारा किए गए कार्य और सहयोग की जिला प्रशासन ने की सराहना…
हरिद्वार। कांवड़ मेला 2023 की सम्पूर्ण कांवड़ अवधि में बी.ई.जी. आर्मी तैराक दल के सभी सैनिकों द्वारा 89 शिवभक्त कांवड़ियों/श्रृद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाकर समर्पित भाव से उत्कृष्ठ कार्य कर जिला प्रशासन का सराहनीय सहयोग किया।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुिदयाल, पी.एल. शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी.ई.जी. आर्मी के तैराक दलों ने अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर अपनी कर्मठता से सम्पूर्ण कांवड़ मेला अवधि में 89 शिवभक्त कांवड़ियों/श्रृद्धालुओं को डूबने से बचाकर समर्पित भाव से उत्कृष्ठ कार्य कर जिला प्रशासन का सहयोग किया। कांवड मेला 2023 में बी.ई.जी. आर्मी तैराक दल के सैनिकों ने रूड़की सोलानी नदी के निकट एवं हर की पैड़ी के आस-पास के सभी घाटों पर 24 घण्टे तैनात होकर अपनी मोटर बोटों एवं सभी संसाधनों के साथ शिवभक्त कांवड़ियों/श्रृद्धालुओं की समर्पित सेवा की। जिसकी सभी शिवभक्त कांवड़ियों, जनसमाज एवं विशेष रूप से जिला प्रशासन द्वारा भी सराहना की गई।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि कांवड मेला 2023 चुनौतीपूर्ण था क्योंकि विगत वर्ष के मध्यनजर कांवड़ियों की संख्या प्रत्येक वर्ष बढ़ती जा रही है। इस वर्ष भी शिवभक्त कांवडियों की आस्था और उत्साह से शिवभक्त कांवडियों की संख्या 04 करोड़ से भी अधिक रही। कांवड मेला सम्पन्न होने पर सम्पूर्ण कांवड मेले में सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और सामाजिक संस्थाओं ने जो कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया वह अतुलनीय है जिलाधिकारी ने बी.ई.जी. आर्मी तैराक दल के सभी सैनिकों की विशेष सराहना करते हुए कहा कि शिवभक्त कांवडियों की जान बचाकर जो पुण्य कार्य बी.ई.जी. आर्मी के सैनिकों ने किया वह भी देश की सीमाओं पर सेना द्वारा रक्षा करने के समान ही हैं इसके लिये सेना के प्रत्येक सैनिक को जिला प्रशासन का सलाम है। बी.ई.जी. आर्मी तैनात दल के नोडल अधिकारी/रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि बी.ई.जी. आर्मी तैनात दल के सभी सैनिकों द्वारा सम्पूर्ण कांवड़ अवधि के 15 दिनों में शिवभक्त कांवड़ियों को गंगा में डूबने से बचाने का जो कार्य किया, वो वास्तव में सराहनीय एवं सच्ची समर्पित सेवा है।
डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि इस वर्ष जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की विशेष पहल पर अत्यधिक भीड़ होने के उपरान्त रास्ता बन्द होने की स्थिति में घायलों को जरूरत पड़ने पर इंडियन रेडक्रॉस एवं बी.ई.जी. आर्मी मोटर बोट द्वारा प्राथमिक उपचार उपरान्त विरला घाट तक पहुंचाया जा सके तथा विरला घाट से एम्बुलेंस द्वारा तुरन्त जिला चिकित्सालय पहुंचने की व्यवस्था की गई। परन्तु शिव भोले एवं गंगा मां के आशीर्वाद से इसकी आवश्यकता नहीं पड़ी। बी.ई.जी. आर्मी के कमाण्डेण्ट राजेश सिंह (वि.से.मे.)के निर्देशन, डिप्टी कमाण्डेण्ट संजीव पठानिया, कर्नल दीपक बसकण्डी, लै. कर्नल प्रतीक गुप्ता, लै. कर्नल तपन सांगवान, मेजर एस. चक्रवर्ति के नेतृत्व में नायाब सूबेदार वासुदेव, नायाब सूबेदार लखबीर सिंह, हवलदार गुरप्रीत, हवलदार अमनदीप, हवलदार अनील कुमार, लांस हवलदार अजय कुमार, हवलदार विजय सिंह, हवलदार सनातन सेठी, हवलदार प्रफुल बेहरा, हवलदार संजय सिंह, हवलदार संतोष कुमार, हवलदार धर्मेन्द्र सिंह, हवलदार सुखजिन्दर सिंह, हवलदार सी. राज कुमार द्वारा सक्रिय सहभागिता की। कांवड़ मेला क्षेत्र के हर की पैड़ी के आस-पास के सभी घाटों तथा रूड़की गंग नहर, गणेश पुल, सोलानी पुल, पिरान कलियर, धनौरी तक के सभी क्षेत्रों में बराबर चौकसी बरतते हुये जहां से भी देखने में आता है अथवा सूचना मिलती है कि कोई कांवडिया/श्रद्धालु गंगा में डूब रहा है तो तुरन्त आर्मी तैराक दल के सदस्य अपनी मोटर बोट लेकर मौके पर पहुंच थे और तुरन्त कांवड़ियों/श्रद्धालुओं की जान बचाकर उनको प्राथमिक उपचार देने के उपरान्त उनके साथियों को सुपुर्द कर देते थे। जिसके लिए कांवड़ियों के साथ-साथ जनसमाज द्वारा भी विशेष रूप से सराहना की गई।