कांवड़ मेले को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां शुरू…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आगामी कांवड़ मेला-2023 के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। कांवड़ मेला-2023 की बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने भी प्रतिभाग किया।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने आगामी कांवड़ मेला-2023 का जिक्र करते हुये कहा कि इस वर्ष के कांवड़ मेले में विगत वर्ष के कांवड़ मेले से भी अधिक कांवड़ियों, लगभग पांच करोड़ के आने की संभावना हैं, जिसके लिये हमें अभी से तैयारियां प्रारम्भ कर देनी हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कांवड़ मेला समिति-2023 का गठन किया जाये, जिसमें पुलिस, प्रशासन सहित सम्बन्धित सभी विभागों का प्रतिनिधित्व हो।
बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कांवड़ पट्टी/गंगनहर पट्टी मार्ग की मरम्मत सहित झाड़ी कटान, घाटों की सफाई व जंजीर व्यवस्था पर विशेष फोकस करें। विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये उन्होंने कहा कि कांवड़ मेला क्षेत्र में सभी जगह-पार्किंग आदि में समुचित प्रकाश व्यवस्था गत वर्ष कांवड़ मेले की तरह, जहां पर भी आवश्यक हो, करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने पेयजल की व्यवस्था का उल्लेख करते हुये जल संस्थान/पेयजल निगम के अधिकारियों से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र, श्रद्धालुओं/कांवड़ियों के विश्राम स्थल, कांवड़ पट्टी सहित विभिन्न पार्किंग स्थलों में पीने के पानी की समुचित व्यवस्था करें तथा कहीं पर भी पीने के पानी की कमी नहीं होनी चाहिये। इसके अलावा सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र में पर्याप्त शौचालयों/मोबाइल शौचालयों की स्थापना के साथ ही उनकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने एमएनए नगर निगम हरिद्वार तथा रूड़की को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्रों में साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था आदि पर विशेष ध्यान देते हुये अतिरिक्त मानव संसाधन आदि की जो भी आवश्यकता है, उसका अच्छी तरह आकलन कर लें तथा उसी अनुसार व्यवस्था बनाना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी से विगत कांवड़ मेले में सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र में कितने मेडिकल कैम्प स्थापित किये गये थे तथा दवाओं आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि इस वर्ष कांवडियों के आने की संभावना के अनुसार मेडिकल व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखा जाये। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि स्नेक बाइट की घटनाओं को ध्यान में रखते हुये इस तरह के इलाज की भी समुचित व्यवस्था मेले के दौरान रखें।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कांवड़ पट्टी व सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र में सड़कों के समतलीकरण पर विशेष ध्यान देंगे तथा कहां-कहां पर साईन बोर्ड लगाने हैं, उन्हें भी स्थापित करेंगे तथा उन्होंने पूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ पेट्रोल, डीजल तथा राशन सामग्री के रिजर्व स्टॉक आदि के सम्बन्ध में भी चर्चा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी आवश्यक है, वहां पर पेड़ों तथा झाड़ियों की छंटाई करते हुये हाथी बाहुल्य क्षेत्र श्यामपुर आदि में सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने जिला पंचायतों को भी निर्देश दिये कि वे भी अपने से सम्बन्धित क्षेत्रों में पेड़ों तथा झाड़ियों की छंटाई पर विशेष ध्यान देंगे।
बैठक में पुलिस व्यवस्था, कांवड़ मेले के एल्टरनेटिव प्लान, डायवर्जन, पार्किंग व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित जो भी कार्य करने हैं, उसका मौका-मुआयना अवश्य कर लें तथा सभी विभाग उसी अनुसार अपनी व्यय आकलन रिपोर्ट 10 दिन के भीतर आयोजित होने वाली अगली बैठक में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने आशा व्यक्त की कि जिस तरह विगत वर्ष कांवड़ मेले में सभी विभागों के अधिकारियों ने आपसी समन्वय स्थापित करते हुये समर्पित भाव से कांवड़ मेले को सम्पन्न कराया था, उसी समर्पित भाव से वे आगामी कावंड मेला़-2023 को भी सम्पन्न कराने में अपना सर्वोत्तम योगदान देंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पी.एल. शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर आशीष मिश्रा, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसडीएम लक्सर गोपाल राम बिनवाल, एमएनए हरिद्वार दयानन्द सरस्वती, एमएनए रूड़की विजयनाथ शुक्ल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक सुश्री रेखा यादव, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण स्वप्न किशोर सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, सीओ ट्रैफिक राकेश रावत, डीएफओ मयंक शेखर झा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष दत्त, एआरटीओ सुश्री रश्मि पन्त, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सुश्री मंजू, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान मदन सेन, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव, जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी मुकेश कुमार डीओपीआरडी मुकेश भट्ट, ईओ-मंगलौर, सुल्तानपुर, झबरेड़ा, पाण्डली गुर्जर, लण्ढौरा, ईमलीखेड़ा, भगवानपुर, शिवालिक नगर सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।