मासिक अपराध गोष्ठी में एसएसपी अजय सिंह ने मातहतों को दिए ये निर्देश, जानिए…
हरिद्वार। पुलिस लाइन में सैनिक सम्मेलन समाप्त होने के पश्चात पुलिस कार्यालय स्थित मिटिंग हॉल में माह अक्तुबर की मासिक अपराध गोष्ठी आयोजित की गई। मासिक अपराध गोष्ठी के दौरान एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह द्वारा मातहत ऑफिसर्स को निम्नलिखित निर्देश दिए गए…
1- थाने पर आने वाले पीड़ितों के साथ किया गया आपका व्यवहार महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि पीडित केन्द्रित पुलिसिंग पर फोकस करते हुए उनके प्रति आपका व्यवहार मधुर और व्यवहारिक हो। आपका पूर्ण प्रयास होना चाहिए कि उन्हे जल्द उनकी समस्याओं का समाधान मिले।
2- सभी प्रभारी सुनिश्चित करें कि थाना क्षेत्र में महिला एवं बाल सम्बन्धित अपराधों को किसी भी सूरत में हल्के में न लिया जाए। ऐसे मामलों में तत्काल संज्ञान लेते हुए आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाए।
3- जाम संभावित स्थानों में स्थानीय थाना पुलिस ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करे। सम्बन्धित थाना प्रभारी स्वयं ऐसे जाम संभावित स्थानों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए सुचारू यातायात प्रबंधन में अपना सहयोग प्रदान करें। ऐसे स्थानों पर आपकी मौजूदगी से निसंदेह जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाएगा।
4- आपकी वर्दी का टर्नआउट और डिसिप्लिन विभाग को रिप्रेजेन्ट करता है। जनता के बीच जाने या जनता से मिलते वक्त वर्दी टर्नआउट और डिसिप्लिन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
5- पुलिस परफॉर्मेन्स सुधारने के लिए हमें अपनी सोच और तर्कशक्ति को अपराधियों से आगे ले जाना होगा। निसंदेह परफॉर्मेन्स सुधरेगी तो अपराधों पर और अधिक सटीक तरीके से अंकुश लग पाएगा।
6- वाहन चोरी सम्बन्धित घटनाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। ये सुनिश्चित किया जाए कि वाहन चोरी की सभी शिकायतें दर्ज की जाएं, अगर आंकड़े बढ़ते हैं तो बढ़ने दें। क्राइम रजिस्ट्रेशन बढ़ेगा तो साथ ही साथ रिकवरी रेट भी ऊपर जाएगा। वाहन चोरी के अधिकतर मामलों में वाहन काट कर बेचे जाते हैं जिस कारण पुलिस को अपराध अनावरण के लिए काफी समस्या होती है। यहां हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपुर्ण है वाहनों की चोरी पर लगाम लगाना और चोरी वाहनों का कटान करने वाले अड्डों को पनपने से रोकना।
7- चोरी के कई मामलों में हमारी जांच केवल इस बात पर आकर रुक जाती है कि चोर नशे का आदी था इसलिए उसने ये चोरी की। जबकी वास्तविक तौर पर हमें उस व्यक्ति के अन्य नशेड़ी साथियों की भी कुंडली तलाशनी चाहिए कि वो कैसे और किस जरिये से अपने नशे के शौक को पूरा कर रहे हैं।
8- नशे के छोटे तस्करों पर कार्यवाही कर समाज का भला नही होने वाला है। ये जरूरी है कि हम छोटी मछलियों को पकड़कर वाहवाही लूटने की आदत छोड़ें और नशे के मूल श्रोतों को खंगालते हुए नशे के बड़े सौदागरों को सलाखों के पीछे भेजें। चेन तोड़ने का कारगर उपाय ये ही है कि मूल श्रोत या पूरे गैंग पर कार्यवाही हो।
9- ये अफसोस की बात है कि जनपद में कहीं-कहीं गोकशी की घटना हो रही है और कुछ लोग बिना लाइसेंस और बिना किसी भय के बेजुबान पशुओं को काटकर पुलिस से बचकर बेझिझक निकल जाते हैं। सभी सुनिश्चित करें कि जो भी लोग इसमें संलिप्त हैं, उन पर गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के अन्तर्गत सख्त से सख्त कार्यवाही हो। साथ ही यह देखना भी आपका ही दायित्व है कि आपके द्वारा प्रेषित रिपोर्ट में क्या प्रोग्रेस रही।